राजस्थान के टोंक जिले में हाल ही में एक दुर्लभ अल्बिनो "सनफ्लावर" गिलहरी देखी गई, जिससे वन्यजीव प्रेमियों और शोधकर्ताओं में उत्साह है। यह गिलहरी टोंक-देवली के CISF कैंपस में नीम के पेड़ पर दिखी। ऐसी गिलहरियाँ बेहद दुर्लभ होती हैं, करीब हर 1,00,000 में एक बार ही देखने को मिलती हैं। यह आनुवंशिक स्थिति है, लेकिन जरूरी नहीं कि संतानों में भी हो।
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