एक नया शोध पत्र क्रोनिक पल्मोनरी एस्परगिलोसिस (सीपीए) की पहचान करता है, जो असम के चाय बागानों में ज्यादातर क्षय रोग से बचे लोगों में एक जानलेवा फंगल संक्रमण है। क्रोनिक पल्मोनरी एस्परगिलोसिस (सीपीए) एस्परगिलस फ्यूमिगेटस नामक फंगस के कारण होता है, जो कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों को संक्रमित करता है। यह आमतौर पर उन लोगों को प्रभावित करता है जिनके फेफड़ों में पहले से क्षति होती है, जैसे टीबी से, और इसके लक्षण टीबी के समान होते हैं। लक्षणों में खून के साथ खांसी, वजन कम होना, थकान, सांस लेने में कठिनाई और घरघराहट शामिल हैं। उपचार में एंटिफंगल दवाइयाँ और कभी-कभी सर्जरी शामिल होती है। एस्परगिलस फंगस मिट्टी, सड़ी-गली वनस्पति और अनाज में व्यापक रूप से पाए जाते हैं, लेकिन केवल कुछ प्रजातियाँ ही मनुष्यों के लिए खतरा हैं।
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