केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय ने मानक पशु चिकित्सा उपचार दिशानिर्देश (SVTG) जारी किए जो पशु और पक्षी रोगों के लिए पहली व्यापक दिशानिर्देश हैं। इनका उद्देश्य पशु-आधारित खाद्य पदार्थों में एंटीबायोटिक, हार्मोन और दवा अवशेषों को कम करना है जिससे खाद्य सुरक्षा और मिट्टी की सेहत में सुधार होगा। दिशानिर्देशों में खुराक, उपचार अवधि, वापसी अवधि और संभावित दुष्प्रभाव शामिल हैं। ये आयुर्वेदिक और पारंपरिक पशु चिकित्सा पद्धतियों को शामिल करते हैं जिससे छोटे किसानों के लिए किफायती उपचार संभव हो सके। SVTG के माध्यम से उपचार लागत कम होने और पशुधन व पोल्ट्री में स्वास्थ्य प्रबंधन में सुधार होने की उम्मीद है जिससे एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध (AMR) के जोखिम भी कम होंगे।
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