उत्तर प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में हिंदी साहित्य को समर्पित भारत का पहला भाषा संग्रहालय शुरू कर रही है। यह संग्रहालय कबीरदास और मुंशी प्रेमचंद जैसे प्रसिद्ध हिंदी विद्वानों की पांडुलिपियों, फोटोग्राफ और दस्तावेजों को प्रदर्शित करेगा। 25 करोड़ रुपये के बजट के साथ इसमें एक एम्फीथिएटर और बगीचा शामिल होगा, जो क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध करेगा। यह पहल काशी के हिंदी साहित्य में ऐतिहासिक महत्व और इसके प्रमुख साहित्यकारों को उजागर करती है।
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