Q. हाजी इब्राहिम सरहिंदी को अकबर के शासनकाल के दौरान एक फारसी लेखक के रूप में जाना जाता है, निम्नलिखित मे से किसका फारसी में अनुवाद किया गया था?
Answer:
अथर्ववेद
Notes: अकबर के पास भाषिक विशेषज्ञता वाले विद्वानों की एक समिति थी। उनमें से कुछ नकीब खान, मुल्ला अब्दुल कादिर बदायुनी, मुल्ला शेरी और सुल्तान हाजी थानेसरी थे।
- उस युग में महाभारत का फारसी में अनुवाद किया गया था और इसका नाम बदलकर रज़्म नामा (युद्धक्षेत्र की गाथा) कर दिया गया था।
- रामायण का अनुवाद मुल्ला अब्दुल कादिर बदायुनी ने किया था। बदायुनी ने फारसी में सिंघासन बतिसी का कार्य भी संभाला, जिसे बाद में फारसी में खुर्द अफजा नाम दिया गया।
- अथर्ववेद का अनुवाद हाजी इब्राहिम सरहिंदी ने किया था। कल्हण की राजतरिंगिणी का अनुवाद मौलाना शाह मोहम्मद शाहाबादी ने किया था। मुल्ला हुसैन वैज द्वारा पंचतंत्र का फारसी में अनुवाद किया गया था और इसे अनवर-ए-सुहैली कहा जाता था।
- पंचतंत्र का फारसी में अनुवाद मौलाना हुसैन फैजी द्वारा भी किया गया था और इसका अनुवादित नाम यार-ए-दानिश था।
- अबुल फजल, अकबर के वज़ीर और अकबरनामा के लेखक ने फारसी में पंचतंत्र का अनवर-ए-सादत के रूप में अनुवाद किया था।