उषा मेहता स्वतंत्रता संग्राम के दौरान गुप्त कांग्रेस रेडियो संचालित करने के लिए जानी जाती हैं। वह बॉम्बे विश्वविद्यालय से स्नातक थीं और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में शामिल हुईं। उन्होंने बाबू भाई प्रसाद के साथ मिलकर गुप्त रूप से एक रेडियो ट्रांसमीटर स्थापित किया। ब्रिटिश सरकार ने उन पर साथियों के नाम उजागर करने का दबाव डाला लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। बाद में वह बॉम्बे में व्याख्याता बनीं।
This Question is Also Available in:
English