Q. “सिद्धिमात्रिका” लिपि प्राचीन भारत में संस्कृत लिखने के रूपों में से एक थी। यह लिपि, जिसके माध्यम से संस्कृत रचनाएँ चीन और जापान में जानी गईं, ___ के समय में विकसित हुई थी: Answer:
हर्ष
Notes: हर्ष के समय में सिद्धिमात्रिका नामक लिपि विकसित हुई जिसे कभी-कभी हर्ष लिपि भी कहा जाता है। ध्यान दें कि सिद्धिमात्रिका वह लिपि थी जिसमें संस्कृत रचनाएँ चीन और जापान में जानी गईं।