उत्तराखंड कैबिनेट ने संस्कृत, जो राज्य की दूसरी आधिकारिक भाषा है, को बढ़ावा देने के लिए आदर्श संस्कृत ग्राम कार्यक्रम को मंजूरी दी है। पहले चरण में 13 जिलों में से प्रत्येक से एक गांव संस्कृत सीखने के लिए चुना गया है। चयनित गांवों में भोगपुर, मुखेम, कोटगांव, बैजी, डिमार, गोड़ा, उर्ग, पांडेकोटा, सेरी, खर्क कार्की, नूरपुर, पांडेगांव और नगला तराई शामिल हैं। सरकार उद्योगों को शामिल करके और स्थानीय समितियों का गठन करके संस्कृत शिक्षा को रोजगार से जोड़ने की योजना बना रही है।
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