Q. श्रौत सूत्र, गृह्य सूत्र, धर्म सूत्र और शुल्ब सूत्र निम्नलिखित में से किस वेदांग के भाग हैं?
Answer: कल्प
Notes: वेदों के छह अंग या व्याख्यात्मक अंग होते हैं: पाणिनि का शिक्षा और व्याकरण, पिंगलाचार्य का छंद, यास्क का निरुक्त, गर्ग का ज्योतिष और विभिन्न ऋषियों द्वारा रचित कल्प (श्रौत, गृह्य, धर्म और शुल्ब)। शिक्षा ध्वनिविज्ञान का ज्ञान है। यह उच्चारण और स्वर पर ध्यान देती है। वेदों के पाठ को विभिन्न रूपों में व्यवस्थित किया जाता है। पद-पाठ प्रत्येक शब्द को अलग रूप में प्रस्तुत करता है। क्रम-पाठ शब्दों को जोड़े में जोड़ता है। व्याकरण संस्कृत का व्याकरण है। पाणिनि की पुस्तकें सबसे प्रसिद्ध हैं। व्याकरण के ज्ञान के बिना वेदों को समझना असंभव है। छंद छंदशास्त्र से संबंधित है। निरुक्त भाषाशास्त्र या व्युत्पत्ति है। ज्योतिष खगोलशास्त्र और ज्योतिष है जो खगोलीय पिंडों, ग्रहों आदि की गति और उनके मानव जीवन पर प्रभाव से संबंधित है। कल्प अनुष्ठान की विधि है। श्रौत सूत्र जो यज्ञों के अनुष्ठान की व्याख्या करते हैं, कल्प के अंतर्गत आते हैं। शुल्ब सूत्र, जो यज्ञीय क्षेत्रों के निर्माण के लिए आवश्यक मापन के बारे में हैं, भी कल्प के अंतर्गत आते हैं। गृह्य सूत्र, जो घरेलू जीवन से संबंधित हैं, और धर्म सूत्र, जो नैतिकता, रीति-रिवाज और कानून से संबंधित हैं, भी कल्प के अंतर्गत आते हैं।

This Question is Also Available in:

English

उपर्युक्त प्रश्न GKToday Android ऐप पर 40000+ सामान्य ज्ञान / सामान्य अद्ययन प्रश्नोत्तरी श्रृंखला [English - हिंदी] पाठ्यक्रम से लिया गया है।