Q. श्री रामदेव पशु मेला में मुख्यत: कौनसी नस्ल का क्रय-विक्रय किया जाता है?
Answer: नागौरी
Notes: श्री रामदेव पशु मेला में मुख्यत: नागौरी नस्ल का क्रय-विक्रय किया जाता है| नागौरी नस्ल के जानवर बहुत आकर्षक व चुस्त जानवर होते है| इस नस्ल के बैल बहुत मेहनती होते है| नागौरी गाय का चेहरा एक घोड़े की तरह दिखाई देता है| इस नस्ल के शरीर का आकार एवं कूबड़ बहोत ही ठोस होते हैं| ये गाये स्वभाव से बहोत सीधी-साधी होती हैं, लेकिन बैल थोड़े कठोर होते हैं| वे सामान्यतः सफ़ेद और स्लटी रंग के होते हैं| नागौरी नस्ल के बैल रेगिस्तान के गरम मौसम में बहुत ही उपयुक्त होते है| तेजी से चलने के कारण बैलगाड़ियों में इनका व्यापक इस्तेमाल किया जाता है| नागौरी नस्ल मुख्यतः कृषि उद्द्येशों की पूर्ती के लिए पाली जाती हैं| ये पशु सूखे के लिए बहुत उपयोगी होती हैं| नागौरी नस्ल के बैल अपनी मेहनत के लिए प्रसिद्द हैं, लेकिन इस नस्ल की गायें अधिक दूध नहीं देती| ये गाये ब्याने के बाद बहुत दिनों तक थोड़ा थोड़ा दूध देती रहती हैं।