वित्तीय वर्ष 2024-25 में भारत की जीडीपी 6.4% की दर से बढ़ने का अनुमान है, जो वित्तीय वर्ष 2023-24 में 8.2% से कम है। यह चार वर्षों में सबसे कम वृद्धि दर है, जो आर्थिक प्रदर्शन में गिरावट को दर्शाती है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के इन अनुमानों के अनुसार, नाममात्र जीडीपी में मामूली वृद्धि होकर यह 9.7% तक पहुंच सकती है। इस गिरावट का कारण कृषि, निर्माण और सेवा क्षेत्रों में चुनौतियां हैं, जो समग्र आर्थिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही हैं।
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