जर्मनी में "वाईमार, डेसाऊ और बर्नाउ में बाउहाउस और इसके स्थल" यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। 1919 से 1933 के बीच वाईमार और फिर डेसाऊ में स्थित बाउहाउस स्कूल ने वास्तुकला और सौंदर्यशास्त्र की अवधारणाओं और प्रथाओं में क्रांति ला दी। स्कूल के प्रोफेसरों हेनरी वान डी वेल्डे, वाल्टर ग्रोपियस, हैन्स मेयर, लास्ज़लो मोहोली-नागी और वासिली कैंडिंस्की द्वारा बनाए और सजाए गए भवनों ने आधुनिक आंदोलन की नींव रखी, जिसने 20वीं सदी और उसके बाद की वास्तुकला को आकार दिया। इस धरोहर स्थल में वाईमार का पूर्व कला विद्यालय, अनुप्रयुक्त कला विद्यालय और हाउस आम हॉर्न, डेसाऊ में बाउहाउस भवन, सात मास्टर्स हाउस का समूह और बालकनी एक्सेस वाले घर तथा बर्नाउ में एडीजीबी ट्रेड यूनियन स्कूल शामिल हैं। बाउहाउस उस आधुनिक वास्तुकला की आकांक्षा को दर्शाता है, जो उस समय की नई सामग्रियों जैसे प्रबलित कंक्रीट, कांच और स्टील तथा निर्माण तकनीकों जैसे कंकाल निर्माण और कांच के अग्रभाग का उपयोग करके विकसित की गई थी। कार्यात्मक सिद्धांत के आधार पर इन इमारतों का स्वरूप पारंपरिक और ऐतिहासिक प्रतिनिधित्व प्रतीकों को अस्वीकार करता है।
This Question is Also Available in:
English