इंडियन ओपिनियन, यंग इंडिया और हरिजन गांधी के प्रसिद्ध साप्ताहिक पत्र थे। महात्मा गांधी ने लगभग 40 वर्षों के अपने पत्रकारिता जीवन में छह पत्र संपादित किए। 1933 से 1940 के बीच हरिजन (अंग्रेजी), हरिजन बंधु (गुजराती) और हरिजन सेवक (हिंदी) गांधीजी की आवाज बने। इन समाचार पत्रों ने उन्हें एक ऐसा मंच दिया जहां से वे अपनी बात कह सकते थे और अपने प्रमुख आंदोलनों के लिए भारत को एकजुट कर सकते थे।
This Question is Also Available in:
English