मथुरा और गांधार कला विद्यालय कुषाण युग में फले-फूले। मथुरा कला विद्यालय की शुरुआत प्रथम शताब्दी ईस्वी में कुषाण सम्राट कनिष्क के शासनकाल में हुई। गांधार कला विद्यालय भी इसी समय विकसित हुआ। यह विद्यालय बुद्ध की पहली मानव आकृतियों के लिए प्रसिद्ध है और ग्रीक शैली से प्रभावित था। गांधार कला विद्यालय वर्तमान उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान और पूर्वी अफगानिस्तान में पहली शताब्दी ईसा पूर्व से सातवीं शताब्दी ईस्वी तक विकसित हुआ। मथुरा कला विद्यालय का उत्कर्ष गुप्त काल (छठी या सातवीं शताब्दी) में हुआ। कुषाण सम्राट कनिष्क, हुविष्क और वासुदेव का काल मथुरा कला विद्यालय के लिए स्वर्ण युग माना जाता है।
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