भैरोवाल संधि वास्तव में दिसंबर 1846 में हस्ताक्षरित हुई थी। यह संधि लाहौर संधि के तहत कश्मीर से जुड़े विवादों के समाधान के बाद हुई। रानी जिंदन को संरक्षक पद से हटा दिया गया और उन्हें 1.5 लाख रुपये की पेंशन दी गई। इस संधि के तहत 8 सिख सदस्यों की एक परिषद बनाई गई।
This Question is Also Available in:
English