पूर्वी लद्दाख में तनाव कम होने के बाद भारत ने 8 नवंबर को 'पूर्वी प्रहार' त्रि-सेवा अभ्यास शुरू किया। 10 दिन के इस अभ्यास में सेना, नौसेना और वायुसेना ने अपनी युद्ध समन्वय क्षमताओं को प्रदर्शित किया। सेना ने इकाइयां, तोपखाने, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (एलसीएच) और यूएवी तैनात किए। वायुसेना ने कोलकाता, हाशिमारा, पानागढ़ और कलाईकुंडा बेस से Su-30 MKI, राफेल जेट, C-130J विमान और हेलीकॉप्टरों का उपयोग किया। नौसेना के मार्कोस कमांडो भी शामिल हुए। इस अभ्यास ने पूर्वी क्षेत्र में परिचालन तैयारियों को मजबूत किया। भारत और चीन ने तवांग के यांग्त्से क्षेत्र में सैनिकों के तनाव कम करने और गश्त अधिकारों पर बातचीत जारी रखी।
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