1955 के अवडी अधिवेशन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने कहा कि योजना का उद्देश्य "समाजवादी पैटर्न" होना चाहिए, न कि पूर्ण "समाजवाद"। समाजवादी पैटर्न का अर्थ था कि भारत में निजी और सार्वजनिक क्षेत्र साथ मिलकर कार्य करेंगे, जिससे मिश्रित अर्थव्यवस्था बनी रहेगी। इसी वर्ष 1921 में स्थापित इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया को सार्वजनिक क्षेत्र में लाया गया और 1955 में इसका नाम बदलकर "स्टेट बैंक ऑफ इंडिया" कर दिया गया।
This Question is Also Available in:
English