भगत सिंह और सुखदेव हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन नामक एक क्रांतिकारी संगठन के सदस्य थे। उन्होंने लाहौर में एक 21 वर्षीय ब्रिटिश पुलिस अधिकारी जॉन सॉन्डर्स को गोली मार दी थी। वे उसे एक वरिष्ठ ब्रिटिश पुलिस अधीक्षक समझ बैठे थे। इसके लिए उन्हें लाहौर षड्यंत्र केस में मौत की सजा सुनाई गई। शुरुआत में फांसी की तारीख 24 मार्च 1931 तय की गई थी लेकिन समय से 11 घंटे पहले 23 मार्च 1931 को लाहौर जेल में तीनों को फांसी दे दी गई।
This Question is Also Available in:
English