चंद्रमा के वातावरण को बेहतर समझना
फायरफ्लाई एयरोस्पेस का ब्लू घोस्ट लूनर लैंडर नियंत्रित अवतरण के बाद चंद्रमा के मारे क्रिसियम क्षेत्र में सफलतापूर्वक उतरा। यह कमर्शियल लूनर पेलोड सर्विसेज (CLPS) कार्यक्रम के तहत 10 नासा पेलोड लेकर गया है, जिससे निजी क्षेत्र की चंद्र अन्वेषण क्षमताओं को बढ़ावा मिलेगा। इस मिशन का उद्देश्य चंद्रमा के वातावरण का अध्ययन करना है। यह मिट्टी एकत्र करने के लिए वैक्यूम और तापमान मापने के लिए 3 मीटर गहराई तक ड्रिल का उपयोग करेगा। यह ऊष्मा प्रवाह, प्लूम-सतह परस्पर क्रिया और चंद्रमा के चुंबकीय व विद्युत क्षेत्रों का विश्लेषण करेगा ताकि उसके भूवैज्ञानिक इतिहास को समझा जा सके। लैंडर 14 पृथ्वी दिनों तक वैज्ञानिक अध्ययन और तकनीकी प्रदर्शन करेगा।
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