केंद्रीय गृह मंत्री ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बस्तर पांडुम महोत्सव में जनजातीय संस्कृति और प्रगति का जश्न मनाया। बस्तर पांडुम एक तीन दिवसीय महोत्सव है जो बस्तर क्षेत्र, छत्तीसगढ़ की जनजातीय परंपराओं, रीति-रिवाजों, कला और भोजन को जीवंत और प्रदर्शित करता है। इस महोत्सव में जनजातीय नृत्य, लोकगीत, नाटक, वाद्ययंत्र, पारंपरिक पोशाक, आभूषण, शिल्प और व्यंजन की प्रतियोगिताएं शामिल थीं। महोत्सव का उद्देश्य जनजातीय संस्कृति को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है। मंत्री ने नक्सलवाद को समाप्त करने और जनजातीय क्षेत्रों में पूर्ण विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला, जिससे शांति, संस्कृति और विकास एक साथ आगे बढ़ें।
This Question is Also Available in:
Englishमराठीಕನ್ನಡ