Q. प्राचीन भारतीय ग्रंथों के अनुसार, निम्नलिखित में से किन दो नदियों के बीच की भूमि को "ब्रह्मवर्त" कहा गया है?
Answer: सरस्वती नदी और दृषद्वती नदी
Notes: हिंदू धर्म के सबसे प्रारंभिक पवित्र ग्रंथ, ऋग्वेद में सप्तसिंधव, पंचनद, मध्यदेश और प्राची का उल्लेख मिलता है। ये संभवतः क्षेत्रों के उदय का पहला संदर्भ हैं। इन क्षेत्रों का भौगोलिक स्थान इंगित करता है कि आर्य लोग नदियों के किनारे बसना पसंद करते थे जैसे सिंधु (इंडस), वितस्ता (झेलम), असिक्नी जिसे चंद्रभागा (चेनाब) भी कहते हैं। ऐरावत (रावी), परुष्णी या विपाशा (ब्यास), सरद्रु (सतलुज) और सरस्वती का भी उल्लेख मिलता है। यह आम सहमति है कि पंचनद के रूप में ज्ञात क्षेत्र में सिंधु नदी की पाँच महान पूर्वी सहायक नदियों के मैदान शामिल थे। इसके पूर्व में, सरस्वती और दृषद्वती के बीच की भूमि को आर्यों द्वारा ब्रह्मवर्त के रूप में जाना जाता था। इन मैदानों के किनारे गोमती (गोमल), क्रुमु (कुर्रम) और कुंभा (काबुल) के जलोढ़ बेसिन स्थित हैं। ऐसा माना जाता है कि ये सबसे प्रारंभिक आर्य निवास स्थान थे। साहित्यिक साक्ष्य इंगित करते हैं कि आर्यों की पूर्व की ओर यात्रा मध्यदेश क्षेत्रों में उनके निवास की ओर ले गई।

This Question is Also Available in:

English

उपर्युक्त प्रश्न GKToday Android ऐप पर 40000+ सामान्य ज्ञान / सामान्य अद्ययन प्रश्नोत्तरी श्रृंखला [English - हिंदी] पाठ्यक्रम से लिया गया है।