बायोम को जलवायु और भौगोलिक रूप से परिभाषित किया जाता है, जहां समान जलवायु परिस्थितियों में पौधों, जानवरों और मिट्टी के जीवों के समुदाय पाए जाते हैं। इन्हें अक्सर पारिस्थितिकी तंत्र भी कहा जाता है। पृथ्वी के कुछ हिस्सों में जैविक और अजैविक घटक बड़े क्षेत्रों में समान रूप से फैले होते हैं, जिससे एक विशिष्ट पारिस्थितिकी तंत्र बनता है। ऐसे प्रमुख पारिस्थितिकी तंत्र को बायोम कहा जाता है। बायोम को पौधों की संरचना (जैसे पेड़, झाड़ियां, घास), पत्तियों के प्रकार (चौड़ी पत्ती, सुई जैसी पत्ती), पौधों के फैलाव (वन, वुडलैंड, सवाना) और जलवायु के आधार पर परिभाषित किया जाता है। प्रमुख बायोम में रेगिस्तान, वन, घास के मैदान, टुंड्रा और विभिन्न प्रकार के जलीय पर्यावरण शामिल हैं। प्रत्येक बायोम में कई पारिस्थितिकी तंत्र होते हैं, जिनके समुदाय वहां की जलवायु और पर्यावरण के छोटे-छोटे अंतर के अनुरूप विकसित होते हैं।
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