शिवनासमुद्र जलप्रपात
भारत और एशिया का पहला जलविद्युत संयंत्र 1902 में शिवनासमुद्र जलप्रपात पर स्थापित किया गया था। यह कावेरी नदी के प्रवाह का उपयोग करके संचालित हुआ, जो नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति थी। इस संयंत्र की प्रारंभिक क्षमता 1300 किलोवाट थी, जिससे देश में भविष्य की जलविद्युत परियोजनाओं का मार्ग प्रशस्त हुआ।
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