फ़राइदी (या फ़राइज़ी) आंदोलन (1804) की स्थापना बंगाल के फ़रीदपुर ज़िले के बहादुरपुर गांव में हाजी शरीयतुल्लाह ने की थी। इस आंदोलन का उद्देश्य कठोर एकेश्वरवाद को अपनाना, मुस्लिम समाज से गैर-इस्लामी प्रथाओं को हटाना और ईसाइयों को भारत से निकालकर मुस्लिम शासन को पुनः स्थापित करना था। उनके उत्तराधिकारी दादू मियां और नौवा मियां ने केंद्रीय और पूर्वी बंगाल के मुस्लिम किसानों को ज़मींदारों और महाजनों के खिलाफ संगठित किया, जो मुख्य रूप से हिंदू थे, साथ ही नील किसानों के खिलाफ भी जो ब्रिटिश थे। अंततः बंगाल सरकार ने कई गिरफ्तारियों, मुकदमों और दमन के बाद इस आंदोलन को दबा दिया।
This Question is Also Available in:
English