वे ठोस में यात्रा कर सकती हैं लेकिन तरल में नहीं
अनुप्रस्थ तरंगों में माध्यम के कण तरंग गति के लंबवत दोलन करते हैं जिससे प्रत्येक कण पर कतरनी तनाव (shearing stress) लगता है। ठोस और तंतु (strings) में कतरनी मापांक (shear modulus) होता है, जिससे वे इस तनाव को सहन कर सकते हैं। तरल का अपना निश्चित आकार नहीं होता, इसलिए वे कतरनी तनाव के प्रति समर्पित हो जाते हैं। इसी कारण अनुप्रस्थ तरंगें ठोस और तनावयुक्त तंतुओं में संचरित हो सकती हैं लेकिन तरल में नहीं।
This Question is Also Available in:
English