Q. निम्नलिखित में से कौन सा कथन उत्तर- मौर्य काल के दौरान इंडो-ग्रीक शासकों के संदर्भ में गलत है?
Answer: वे स्थानीय धार्मिक परंपराओं के प्रति शत्रुतापूर्ण थे
Notes: उत्तर-मौर्य काल में सबसे पहले बैक्ट्रिया (उत्तर अफगानिस्तान) से इंडो-ग्रीक आए। दो इंडो-ग्रीक राजवंशों ने उत्तर-पश्चिम भारत में समानांतर शासन किया। इन शासकों ने बड़ी संख्या में सिक्के जारी किए। वास्तव में, इन्हीं सिक्कों से इन शासकों के बारे में सबसे अधिक जानकारी मिलती है। पहले के पंच-चिह्नित सिक्कों को किसी निश्चित राजा या राजवंश से नहीं जोड़ा जा सकता था, लेकिन इंडो-ग्रीक सिक्कों के अग्रभाग पर राजा की छवि और पिछले भाग पर ग्रीक देवताओं की छवि होती थी। दोनों ओर लेख भी उकेरे जाते थे। इसलिए विकल्प A सही है। इंडो-ग्रीक राजा भारत में स्वर्ण सिक्के जारी करने वाले पहले शासक थे, हालांकि इनकी संख्या चांदी और तांबे के सिक्कों की तुलना में कम थी। पहले के पंच-चिह्नित सिक्के मुख्य रूप से चांदी के होते थे और कभी भी सोने में नहीं ढाले जाते थे। ये सिक्के अटिक भार मानक के अनुसार बनाए जाते थे। इसलिए विकल्प B भी सही है। इंडो-ग्रीक शासकों ने उत्तर-पश्चिम भारत में हेलेनिस्टिक कला विशेषताओं की शुरुआत की। इस शैली में मूर्तियों की जीवंतता और मानव शरीर की बारीकियों पर विशेष ध्यान दिया जाता था। समय के साथ यह शैली बौद्ध विषयों से मिलकर गांधार कला शैली के रूप में विकसित हुई। इसलिए विकल्प C भी सही है। हालांकि ये शासक बाहर से आए थे, फिर भी उन्होंने भारतीय संस्कृति को अपनाया। वास्तव में, हिंदू�

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