1941 इराकी तख्तापलट
1941 का इराकी तख्तापलट "रशीद अली अल-गैलानी तख्तापलट" या "गोल्डन स्क्वायर तख्तापलट" के नाम से भी जाना जाता है। यह 1 अप्रैल 1941 को हुआ एक राष्ट्रवादी तख्तापलट था, जिसमें रीजेंट अब्द अल-इलाह और उनके प्रधानमंत्री नूरी अल-सईद की प्रब्रिटिश सरकार को अपदस्थ कर रशीद अली अल-गैलानी को प्रधानमंत्री बनाया गया। इस तख्तापलट का नेतृत्व चार इराकी राष्ट्रवादी सेना जनरलों ने किया, जिन्हें "गोल्डन स्क्वायर" कहा जाता था। उनका उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध का उपयोग कर 1932 में मिली सीमित स्वतंत्रता के बाद पूर्ण इराकी स्वतंत्रता प्राप्त करना था। इसके लिए उन्होंने जर्मन खुफिया एजेंसी से सहयोग किया और नाजी जर्मनी व फासीवादी इटली से सैन्य सहायता ली। इस सत्ता परिवर्तन के कारण ब्रिटेन ने इराक पर आक्रमण किया और 1947 तक वहां कब्जा बनाए रखा।
This Question is Also Available in:
English