त्रिशूर पूरम महोत्सव में हाथियों और कलाकारों की सुरक्षा के लिए केरल उच्च न्यायालय ने दिशानिर्देश जारी किए हैं। त्रिशूर पूरम एक भव्य वार्षिक मंदिर महोत्सव है, जो मलयालम महीने मेडम (अप्रैल-मई) के दौरान त्रिशूर, केरल के थेक्किनकाडु मैदान में मनाया जाता है। "सभी पूरमों की माँ" के रूप में जाना जाने वाला यह त्योहार केरल के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आयोजनों में से एक है। इस महोत्सव की शुरुआत राजा राम वर्मा, जिन्हें सक्थन थंपुरान भी कहा जाता है, ने की थी। वे 1790 से 1805 तक कोचीन के महाराजा थे।
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