पाकिस्तान अपने सबसे बड़े न्यूक्लियर पावर प्लांट, चश्मा न्यूक्लियर पावर प्लांट यूनिट 5 (C-5) का निर्माण कर रहा है, जिसकी क्षमता 1200 MWe है। पाकिस्तान परमाणु नियामक प्राधिकरण (PNRA) ने सुरक्षा, विकिरण संरक्षण और परमाणु सुरक्षा मानकों की समीक्षा के बाद लाइसेंस जारी किया। C-5 में चीनी हुआलोंग तीसरी पीढ़ी का प्रेशराइज्ड वाटर रिएक्टर है, जिसमें उन्नत सुरक्षा प्रणाली और 60 साल की आयु सीमा है। इस प्लांट की लागत USD 3.7 बिलियन है और यह इस डिजाइन का पाकिस्तान का तीसरा न्यूक्लियर प्लांट है। परमाणु ऊर्जा पाकिस्तान की 27% बिजली का योगदान करती है, जिसकी स्थापित क्षमता 3,530 MW है।
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