गढ़ीमाई महोत्सव, जो हर 5 वर्ष में नेपाल के बारीयारपुर स्थित गढ़ीमाई मंदिर में होता है, विश्व के सबसे बड़े पशु बलिदान के लिए प्रसिद्ध है। इस वर्ष इस महोत्सव में 2 करोड़ से अधिक लोग शामिल हुए, जबकि पशु अधिकार कार्यकर्ताओं की दशकों से आलोचना जारी रही है। इस महोत्सव में सप्तमी, अष्टमी और नवमी के दौरान भक्त भैंस, बकरी, मुर्गे और बतखों की बलि देते हैं। भक्त अपनी मनोकामना पूरी होने पर मंदिर में कबूतर भी छोड़ते हैं। यह महोत्सव नेपाल के बारा जिले के भारत-नेपाल सीमा के पास गढ़ीमाई मंदिर में आयोजित होता है।
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