1990 एशियाई खेलों में कबड्डी को आधिकारिक रूप से एशियाई खेल कार्यक्रम में शामिल किया गया। भारत ने कबड्डी को एक प्रतिस्पर्धात्मक खेल के रूप में लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1920 के दशक में पहली संगठित प्रतियोगिताएं हुईं, 1938 में इसे भारतीय ओलंपिक खेलों के कार्यक्रम में जोड़ा गया, 1950 में अखिल भारतीय कबड्डी महासंघ की स्थापना हुई और 1951 के पहले एशियाई खेलों में इसे प्रदर्शन खेल के रूप में खेला गया। इन प्रयासों से इस पारंपरिक ग्रामीण खेल को अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के लिए औपचारिक रूप दिया गया। 1982 के दिल्ली एशियाई खेलों में फिर से प्रदर्शन के बाद, 1990 से इसे आधिकारिक रूप से एशियाई खेलों के कार्यक्रम में शामिल किया गया।
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