महिला और बाल विकास मंत्रालय
वित्तीय वर्ष 2024-25 में भारत ने 4,515 बच्चों को गोद लेने का रिकॉर्ड बनाया, जो लगभग दस वर्षों में सबसे अधिक है और यह जनता की मानसिकता में सकारात्मक बदलाव को दर्शाता है। इनमें से 4,155 घरेलू दत्तक ग्रहण थे, जो भारतीय परिवारों में गोद लेने की बढ़ती स्वीकृति को दर्शाते हैं। केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (CARA) भारत में अनाथ, परित्यक्त और आत्मसमर्पित बच्चों के गोद लेने के लिए नोडल एजेंसी है। CARA की स्थापना 1990 में हुई थी और यह किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 की धारा 68 के तहत एक सांविधिक निकाय बन गया। यह महिला और बाल विकास मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है।
This Question is Also Available in:
Englishಕನ್ನಡमराठी