भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (IIA), बेंगलुरु
बेंगलुरु के भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (IIA) के वैज्ञानिकों ने ADITYA-L1 पर विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (VELC) का उपयोग करके महत्वपूर्ण अवलोकन किए हैं। VELC ने 16 जुलाई को हुई कोरोनल मास इजेक्शन (CME) की शुरुआत का समय सफलतापूर्वक कैप्चर और अनुमानित किया। यह भारत के सौर मिशन का पहला वैज्ञानिक परिणाम है। VELC की क्षमताओं ने सूर्य की सतह के पास CME का निकट से अवलोकन करना संभव बनाया, जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है क्योंकि ऐसे घटनाक्रम आमतौर पर दूर से देखे जाते हैं।
This Question is Also Available in:
Englishಕನ್ನಡमराठी