वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड (WWF) ने अपनी नवीनतम द्विवार्षिक 'लिविंग प्लैनेट' रिपोर्ट जारी की। पिछले 50 वर्षों (1970–2020) में वन्यजीव आबादी में 73% की गिरावट आई है। ताजे पानी की प्रजातियों में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई, इसके बाद स्थलीय और समुद्री आबादी में गिरावट आई। इस गिरावट के प्रमुख कारणों में आवास हानि, जलवायु परिवर्तन और आक्रामक प्रजातियां शामिल हैं। यदि वैश्विक स्तर पर अपनाया जाए तो भारत की खपत पैटर्न 2050 तक एक से कम पृथ्वी की आवश्यकता होगी। आंध्र प्रदेश की सामुदायिक-प्रबंधित प्राकृतिक खेती (APCNF) सकारात्मक सामाजिक-आर्थिक प्रभाव दिखाती है। भारत के बाजरा मिशन को प्रकृति-सकारात्मक खाद्य उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सराहा गया।
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