केरल सरकार ने प्रवासी श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 'ज्योति' नाम की नई पहल शुरू की है। यह योजना बार-बार स्थानांतरण और स्कूलों तक सीमित पहुंच जैसी समस्याओं के कारण शिक्षा से वंचित हो रहे प्रवासी बच्चों की स्थिति को सुधारने के उद्देश्य से शुरू की गई है। केरल में 35 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक हैं जो राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इनमें से कई अपने परिवारों के साथ रहते हैं। 'ज्योति' योजना के माध्यम से राज्य सभी बच्चों को, विशेष रूप से प्रवासी बच्चों को, अपनी मजबूत और समावेशी शिक्षा व्यवस्था से जोड़ने का प्रयास कर रहा है। यह पहल हाल ही में समावेशी विकास की दिशा में एक कदम के रूप में शुरू की गई है।
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