स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सर्पदंश के मामलों और मौतों को सूचनात्मक रोग के रूप में चिन्हित किया है ताकि निगरानी और प्रतिक्रिया में सुधार हो सके। सूचनात्मक रोगों की रिपोर्टिंग कानूनी रूप से अधिकारियों को करना आवश्यक है ताकि बेहतर निगरानी और प्रकोप की रोकथाम हो सके। राज्यों की जिम्मेदारी है कि वे ऐसे रोगों को लागू और सूचित करें। सर्पदंश विषाक्तता के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना (NAPSE) का लक्ष्य 2030 तक सर्पदंश से होने वाली मौतों और विकलांगताओं को 50% तक कम करना है। अन्य सूचनात्मक रोगों में एड्स, हेपेटाइटिस और डेंगू शामिल हैं। WHO के अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमों के तहत कुछ रोगों की रिपोर्टिंग WHO को वैश्विक स्वास्थ्य निगरानी के लिए करना अनिवार्य है।
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