केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने हाल ही में ऑपरेशन हॉक के तहत कई छापे मारे, जिसका उद्देश्य वैश्विक लिंक के साथ ऑनलाइन बाल यौन शोषण से जुड़े साइबर अपराधों पर नकेल कसना था। यह कार्रवाई संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) के अधिकारियों से मिले इनपुट के बाद हुई और इसमें मैंगलोर और दिल्ली से दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई। सीबीआई के अंतर्राष्ट्रीय संचालन प्रभाग ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम 2000 और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम 2012 के तहत मामले दर्ज किए। यह सीबीआई के व्यापक प्रयासों का हिस्सा है, जो ऑपरेशन कार्बन (2021) और ऑपरेशन मेघ चक्र (2022) जैसे पिछले अभियानों के तहत किए गए थे।
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