Q. उस सिख गुरु का नाम बताइए जिन्होंने पंजाबी भाषा को लिखने के लिए गुरमुखी लिपि विकसित की थी। Answer:
गुरु अंगद
Notes: सिख परंपरा के अनुसार, गुरमुखी लिपि (जिसका अर्थ है "गुरु के मुख से") 16वीं सदी के मध्य में दूसरे सिख गुरु, गुरु अंगद द्वारा बनाई गई थी। इसका उद्देश्य लहिंदी लिपि की कुछ कमियों को दूर करना था ताकि पवित्र ग्रंथों को सही रूप से लिखा और संरक्षित किया जा सके।