यह परमाणु अभिक्रिया का उपोत्पाद है जो न्यूट्रॉनों को नष्ट करता है और इससे ऊर्जा उत्पादन बाधित होता है
आयोडीन-135 परमाणु विखंडन का एक महत्वपूर्ण उपोत्पाद है, विशेष रूप से उन रिएक्टरों में जो यूरेनियम ईंधन का उपयोग करते हैं। इसका न्यूट्रॉन अवशोषण क्रॉस-सेक्शन बहुत अधिक होता है, जिससे यह प्रभावी रूप से न्यूट्रॉनों को अवशोषित करता है। इससे विखंडन प्रक्रिया बाधित होती है और रिएक्टर की ऊर्जा उत्पादन क्षमता कम हो जाती है। यह गुण रिएक्टर नियंत्रण और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसकी उपस्थिति "न्यूट्रॉन ज़हर" नामक प्रभाव उत्पन्न कर सकती है, जो परमाणु अभिक्रिया की समग्र दक्षता को प्रभावित करता है।
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