SRI फंड, जिसे आत्मनिर्भर भारत फंड भी कहा जाता है, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों यानी MSMEs को इक्विटी फंडिंग उपलब्ध कराकर बड़े व्यवसायों में बदलने में मदद करता है। इस फंड का कुल आकार ₹50,000 करोड़ है जिसमें ₹10,000 करोड़ भारत सरकार से आते हैं और ₹40,000 करोड़ निजी इक्विटी और वेंचर कैपिटल निवेशकों से जुटाए जाते हैं। यह फंड मदर-फंड और डॉटर-फंड मॉडल के जरिए MSMEs में इक्विटी या अर्ध-इक्विटी निवेश करता है। इसका प्रबंधन NSIC वेंचर कैपिटल फंड लिमिटेड (NVCFL) द्वारा किया जाता है जो SEBI में पंजीकृत कैटेगरी II वैकल्पिक निवेश फंड (AIF) है। मार्च 2025 तक इस योजना के तहत 577 MSMEs में लगभग ₹10,979 करोड़ का निवेश किया जा चुका है जो भारत के छोटे व्यवसायों को मजबूती से समर्थन देने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति दर्शाता है।
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