Q. “परलकोट का विद्रोह’ कब प्रारम्भ हुआ था?
Answer: 1825 ई.
Notes: “परलकोट का विद्रोह’ 1825 ई. में प्रारम्भ हुआ था| यह विद्रोह जमींदार गेंद सिंह के नेतृत्व में अबूझमाड़ियों के द्वारा किया गया विद्रोह था| जिसे अंग्रेज एवं मराठों के शोषण के विरोध में प्रारम्भ किया गया था| जब अत्याचार बढ़ने लगा तो गेंदसिंह ने 24 दिसम्बर, 1824 को अबूझमाड़ में एक विशाल सभा का आयोजन किया था| गेंदसिंह पराक्रमी, बुद्धिमान, चतुर और न्यायप्रिय व्यक्ति थे| उनकी इच्छा थी कि उनके क्षेत्र की प्रजा प्रसन्न रहे। उनका किसी प्रकार से शोषण न हो। इसके लिए वे हर सम्भव प्रयास करते थे; पर इस इच्छा में अंग्रेजों के पिट्ठू कुछ जमींदार, व्यापारी और राजकर्मचारी बाधक थे। वे सब उन्हें परेशान करने का प्रयास करते रहते थे। वीर गेंदसिंह को उनके महल के सामने ही फांसी पर चढ़ा दिया गया| वीर गेंदसिंह का यह बलिदान छतीसगढ़ की ओर से स्वतंत्रता के लिए होने वाला प्रथम बलिदान था|