भारत ने इंडोनेशिया के जकार्ता में आयोजित 67वीं गवर्निंग बॉडी मीटिंग के दौरान एशियन प्रोडक्टिविटी ऑर्गेनाइज़ेशन (APO) की 2025–26 की अवधि के लिए अध्यक्षता औपचारिक रूप से संभाल ली है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के सचिव श्री अमरदीप सिंह भाटिया कर रहे हैं जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी हैं। भारत ने APO विज़न 2030 को मजबूत करने और ग्रीन प्रोडक्टिविटी 2.0 फ्रेमवर्क को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता जताई है। भारत ने डिजिटल परिवर्तन, सततता, नवाचार और उद्यमिता के लिए क्षेत्रीय सहयोग पर बल दिया है। DPIIT के तहत नेशनल प्रोडक्टिविटी काउंसिल (NPC) के माध्यम से हर साल 100 से अधिक भारतीय पेशेवर APO कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। भारत सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) के लिए ग्रीन प्रोडक्टिविटी और इंडस्ट्री 4.0 पर केंद्रित परियोजनाएं लागू कर रहा है। टोक्यो में स्थित APO की स्थापना 1961 में हुई थी और इसमें वर्तमान में 21 सदस्य अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं।
This Question is Also Available in:
Englishमराठीमराठीಕನ್ನಡ