अमृत भारत स्टेशन योजना

भारतीय रेलवे की ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ (ABSS) के तहत 22 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। यह योजना देशभर के 1,337 स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त, सांस्कृतिक विरासत से प्रेरित और यात्रियों के लिए सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी।

योजना की शुरुआत और उद्देश्य

अमृत भारत स्टेशन योजना की शुरुआत 2023 में भारतीय रेलवे द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य रेलवे स्टेशनों को न केवल बुनियादी सुविधाओं से लैस करना है, बल्कि उन्हें स्थानीय संस्कृति, वास्तुकला और पर्यावरणीय स्थिरता के प्रतीक के रूप में विकसित करना भी है। योजना के तहत स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे वे शहरी विकास के केंद्र बन सकें।

उद्घाटन के लिए तैयार 103 स्टेशन

22 मई को उद्घाटन के लिए तैयार 103 स्टेशनों में विभिन्न राज्यों के स्टेशन शामिल हैं:

  • उत्तर प्रदेश: 19 स्टेशन
  • गुजरात: 18 स्टेशन
  • महाराष्ट्र: 15 स्टेशन
  • राजस्थान: 8 स्टेशन
  • तमिलनाडु: 9 स्टेशन
  • मध्य प्रदेश: 6 स्टेशन
  • कर्नाटक: 5 स्टेशन
  • छत्तीसगढ़: 5 स्टेशन
  • झारखंड: 3 स्टेशन
  • बिहार: 2 स्टेशन
  • तेलंगाना: 3 स्टेशन
  • पश्चिम बंगाल: 3 स्टेशन
  • आंध्र प्रदेश, असम, पुडुचेरी, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश: प्रत्येक में 1 स्टेशन

इन स्टेशनों में राजस्थान के देशनोक और मंडलगढ़, गुजरात के डाकोर और मोरबी, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जंक्शन और गोवर्धन स्टेशन, तेलंगाना के बेगमपेट, बिहार के थावे जंक्शन, मध्य प्रदेश के शाजापुर, तमिलनाडु के श्रीरंगम और कर्नाटक के धारवाड़ शामिल हैं।

प्रमुख सुविधाएँ और नवाचार

पुनर्विकसित स्टेशनों में निम्नलिखित सुविधाएँ जोड़ी गई हैं:

  • आधुनिक प्रतीक्षालय और विश्राम कक्ष
  • फुट ओवरब्रिज, लिफ्ट और एस्केलेटर
  • हाई-स्पीड वाई-फाई और डिजिटल साइनज
  • खाद्य कोर्ट, कियोस्क और बच्चों के खेलने के क्षेत्र
  • स्थानीय कला और संस्कृति को दर्शाने वाले डिज़ाइन
  • हरित पहल जैसे वर्षा जल संचयन और अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली

उदाहरण के लिए, गुजरात के डाकोर स्टेशन को तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है, जबकि करमसद स्टेशन में सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित एक श्रद्धांजलि दीवार बनाई गई है। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्टेशन में नए प्रवेश द्वार, विस्तृत सर्कुलेटिंग क्षेत्र और आधुनिक प्रतीक्षालय बनाए गए हैं।

परियोजना कार्यान्वयन और वित्त पोषण

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अधिकांश परियोजनाएँ इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) मॉडल के तहत कार्यान्वित की जा रही हैं। हालांकि, पुणे, दिल्ली जंक्शन, विजयवाड़ा और चेन्नई सेंट्रल जैसे 20 प्रमुख स्टेशनों का विकास पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए इस योजना के तहत ₹12,000 करोड़ से अधिक का बजट आवंटित किया गया है।

क्षेत्रीय विकास और सामाजिक प्रभाव

इस योजना का उद्देश्य केवल बुनियादी ढांचे का विकास नहीं है, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था, पर्यटन और रोजगार सृजन को भी बढ़ावा देना है। उदाहरण के लिए, बिहार के सीतामढ़ी जंक्शन और मुजफ्फरपुर जंक्शन जैसे स्टेशनों का पुनर्विकास स्थानीय व्यापार और पर्यटन को प्रोत्साहित करेगा। इसके अलावा, इन स्टेशनों पर दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएँ, जैसे ब्रेल साइनज और व्हीलचेयर-प्रवेश योग्य रैंप, भी प्रदान की गई हैं।

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