Talisman Sabre 2025: भारत समेत 19 देशों की भागीदारी से ऑस्ट्रेलिया में अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास

ऑस्ट्रेलिया में 13 जुलाई 2025 को शुरू हुआ Talisman Sabre 2025 अब तक का सबसे बड़ा और जटिल सैन्य युद्धाभ्यास है, जिसमें भारत सहित 19 देशों के 35,000 से अधिक सैनिक भाग ले रहे हैं। यह अभ्यास ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका की द्विवार्षिक साझेदारी से शुरू हुआ था और अब इसका 11वां संस्करण है। इस वर्ष पहली बार अभ्यास ऑस्ट्रेलिया के बाहर पापुआ न्यू गिनी में भी आयोजित किया जा रहा है।
भारत की भूमिका और भागीदार देश
भारत के अलावा इस बहुराष्ट्रीय युद्धाभ्यास में अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, जापान, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया, फिजी, नीदरलैंड्स, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, टोंगा, यूके और पापुआ न्यू गिनी सक्रिय भागीदार हैं। मलेशिया और वियतनाम ने पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थिति दर्ज की है।
अभ्यास की गतिविधियाँ और रणनीतिक महत्व
तीन सप्ताह तक चलने वाला यह अभ्यास ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न क्षेत्रों — क्वींसलैंड, न्यू साउथ वेल्स, वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया, नॉर्दर्न टेरिटरी और क्रिसमस द्वीप — में आयोजित हो रहा है। इसमें शामिल हैं:
- लाइव-फायर ड्रिल्स, जिसमें HIMARS (High Mobility Artillery Rocket System) से रॉकेट प्रक्षेपण।
- मैदान प्रशिक्षण गतिविधियाँ, जैसे Amphibious landings, जमीनी सैन्य युद्धाभ्यास।
- हवाई और समुद्री युद्ध संचालन, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना के F-35 फाइटर जेट भी शामिल हैं।
- नई तकनीकें, जैसे UH-60M ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर और Precision Strike Missile।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- Talisman Sabre अभ्यास की शुरुआत 2005 में हुई थी और यह हर दो साल में होता है।
- HIMARS को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका से खरीदा है और पहली बार लाइव-फायर में उपयोग किया गया।
- यह पहला अवसर है जब अभ्यास की गतिविधियाँ ऑस्ट्रेलिया के बाहर (पापुआ न्यू गिनी में) आयोजित हो रही हैं।
- इस अभ्यास के दौरान चीनी सैन्य जहाज़ों द्वारा निगरानी की संभावना भी बनी रहती है, जो 2017 से देखा गया है।
कूटनीतिक पृष्ठभूमि
युद्धाभ्यास के आरंभ के ठीक एक दिन बाद ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज चीन की छह दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए। वहीं उन्होंने साफ किया कि चीनी निगरानी को वह मुद्दा नहीं मानते। उनके अनुसार, “यह पहले भी होता रहा है और हम अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को बनाए रखते हुए अभ्यास करते रहेंगे।”
अल्बनीज ने यह भी बताया कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से अब तक तीन बार फोन पर सकारात्मक संवाद किया है और भविष्य में प्रत्यक्ष बैठक की उम्मीद जताई है।
निष्कर्ष
Talisman Sabre 2025 न केवल सैन्य अभ्यास है, बल्कि यह उभरते वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्य में सहयोग, रणनीतिक तैयारियों और बहुपक्षीय सैन्य समन्वय का प्रतीक भी बन चुका है। भारत की भागीदारी इस बात का संकेत है कि वह इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सामरिक साझेदारी और सैन्य तैयारियों में एक सशक्त भूमिका निभा रहा है।