नाना फडणवीस पेशवा प्रशासन के दौरान मराठा साम्राज्य के एक प्रतिष्ठित और प्रभावशाली व्यक्ति और सलाहकार थे। यूरोपीय लोग अक्सर नाना फडणवीस को मराठा मैकियावेली कहते थे। 1742...
‘सवाई’ माधवराव पेशवा बहुत कम उम्र में महाराष्ट्र के सिंहासन पर आ गए। रघुनाथ राव को अगला पेशवा घोषित किया गया था, हालांकि वे इस उपाधि के उत्तराधिकारी...
नारायण राव माधव राव की मृत्यु के बाद महाराष्ट्र में मराठा साम्राज्य के प्रसिद्ध पेशवाओं में से एक थे। उन्होंने 1772 ईस्वी में पेशवा की उपाधि धारण की...
मराठा साम्राज्य का इतिहास भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मराठों का उदय छत्रपति शिवाजी भोंसले (1627-80 ई.) के नेतृत्व में संभव हुआ। मराठा साम्राज्य में...
पैंगोंग त्सो वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व भारत-चीनी सीमा में स्थित एक खारी झील है। यह लद्दाख क्षेत्र में स्थित है। इसके पूर्व में यह काराकोरम पर्वतमाला से सुशोभित है।...
काराकोरम वन्यजीव अभयारण्य लेह जिले में काराकोरम रेंज के सबसे पूर्वी भाग में स्थित है। यह चिरू या “तिब्बती मृग” की प्रवासी आबादी वाले भारत के कुछ स्थानों...
त्सो मोरिरी वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व लद्दाख के चांगथांग क्षेत्र में स्थित है। यह लद्दाख में 4,595 मीटर (15,080 फीट) की ऊंचाई वाली एक उच्च ऊंचाई वाली झील है।...
21वीं हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (Indian Ocean Rim Association – IORA) की वार्षिक मंत्री परिषद (COM) की बैठक 17 नवंबर, 2021 को ढाका में आयोजित की गई। मुख्य बिंदु ...