डूंगरपुर के स्मारक अपनी अनूठी स्थापत्य शैली के लिए प्रसिद्ध हैं। यह यहां पाए जाने वाले विभिन्न महलों और महान आवासों में देखा जाता है। पहाड़ों की अरावली...
गुजरात में भद्रेश्वर के स्मारकों का ऐतिहासिक महत्व है। वे भारत में जैनियों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल को भी चिह्नित करते हैं। भद्रेश्वर का...
राजस्थानी साहित्य को आकार देने में चारण कविता का योगदान अमूल्य रहा है। चारण शैली काव्य राजस्थान में प्राचीन और मध्यकालीन दोनों युगों में विकसित हुआ। राजस्थानी कविता...
राजस्थानी काव्य को प्रायः पाँच प्रमुख प्रकारों में विभाजित किया गया है: (1) जैन (2) चारण (3) अख्यान (4) संत (5) लौकिक। राजस्थानी काव्य का प्रारंभिक इतिहास राजस्थान...
गुजरात में चंपानेर के स्मारकों में हिंदू और मुगल दोनों इमारतें शामिल हैं। यह स्थानीय राजपूत राजाओं का प्राचीन गढ़ था। 1484 में महमूद बेगड़ा ने शहर पर...