स्थान: विजयवाड़ा विजयवाड़ा में तीन प्राचीन मंदिर हैं – कनक दुर्गा मंदिर, मल्लेश्वरस्वामी मंदिर और विजयेश्वरस्वामी मंदिर। देवता: भगवान शिव मंदिर भगवान शिव को मल्लेश्वरा या जयसेना के...
स्थान: विजयवाड़ा देवता: नरसिंह और शिव यह एक पहाड़ी मंदिर है जो व्याग्रा नरसिम्हा के लिए एक गुफा मंदिर और मल्लेश्वर शिव का मंदिर है। पहाड़ी को सोभनचलम...
विजयवाड़ा के पास अमरावती में स्थित अमरेश्वर (शिव) के देवता निवास करते हैं। स्कंद पुराण में मंदिर की कहानी बतायी गयी है। मंदिर के लिए स्टालपुराण एक दिलचस्प...
स्थान: विजयवाड़ा देवता: लक्ष्मी नरसिम्हा मंदिर मंगलगिरि पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। मंदिर का इतिहास ब्रह्म वैवर्त पुराण में दर्ज है। मंगलगिरि पहाड़ी (या शुभ) पूर्वी घाट...
स्थान: विजयवाड़ा देवता: देवी दुर्गा त्यौहार: दुर्गा पूजा जो दस दिनों तक चलती है। मंदिर इंद्रकीलाद्री पहाड़ी पर स्थित है। देवता कनक दुर्गा को स्वयंभू या स्वयं प्रकट,...
स्थान: पोलावरम के पास देवता: भवन्नारायणस्वामी – शिव यह एक प्राचीन स्थल है और इसे स्वर्णपुरी और पोन्नूर कहा जाता था। चालुक्यों ने मंदिर का संरक्षण किया। यह...
स्थान: आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी बेल्ट में नरसापुरम के पास स्थित पातालकोल के नाम से जाने जाने वाले क्षीररम मंदिर भी हैं। इसे आंध्र प्रदेश के पांच-पंचराम...
वारंगल में भद्रकाली मंदिर, जिसे वारंगल भद्रकाली मंदिर के रूप में भी जाना जाता है, तेलंगाना के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। भद्रकाली मंदिर, भद्रकाली झील...
मल्लिकार्जुन मंदिर पाताल गंगा के किनारे श्री शैला पर्वत पर स्थित है। इसे दक्षिण के कैलाश के रूप में भी जाना जाता है। मल्लिकार्जुन 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में...