स्थान: विजयवाड़ा देवता: देवी दुर्गा त्यौहार: दुर्गा पूजा जो दस दिनों तक चलती है। मंदिर इंद्रकीलाद्री पहाड़ी पर स्थित है। देवता कनक दुर्गा को स्वयंभू या स्वयं प्रकट,...
स्थान: पोलावरम के पास देवता: भवन्नारायणस्वामी – शिव यह एक प्राचीन स्थल है और इसे स्वर्णपुरी और पोन्नूर कहा जाता था। चालुक्यों ने मंदिर का संरक्षण किया। यह...
स्थान: आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी बेल्ट में नरसापुरम के पास स्थित पातालकोल के नाम से जाने जाने वाले क्षीररम मंदिर भी हैं। इसे आंध्र प्रदेश के पांच-पंचराम...
वारंगल में भद्रकाली मंदिर, जिसे वारंगल भद्रकाली मंदिर के रूप में भी जाना जाता है, तेलंगाना के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। भद्रकाली मंदिर, भद्रकाली झील...
मल्लिकार्जुन मंदिर पाताल गंगा के किनारे श्री शैला पर्वत पर स्थित है। इसे दक्षिण के कैलाश के रूप में भी जाना जाता है। मल्लिकार्जुन 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में...
सिंहचलम वराह लक्ष्मीनारसिंह मंदिर भारत के आंध्र प्रदेश राज्य के प्राचीन हिंदू मंदिरों में से एक है। यह आंध्र प्रदेश में सिम्हाचलम के उपनगर विशाखापत्तनम शहर में स्थित...
स्थान: श्रीकाकुलम के पास मुखलिंगम देवता: भगवान शिव यह 10 वीं शताब्दी में पूर्वी गंगा राजाओं द्वारा निर्मित तीन मंदिरों का एक समूह है। यहाँ के देवता मुखलिंगेश्वर,...
स्थान: अरासवली, श्रीकाकुलम। देवता: सूर्य। किंवदंती: पूजा वेद और गायत्री मंत्र के रूप में पुरानी है, सूर्य देव को भी संबोधित किया जाता है। भगवान सूर्य का वर्णन...
स्थान: श्रीकाकुलम देवता: विष्णु – श्रीकुरमानाथ। यह एक प्रसिद्ध मंदिर है जो श्रीकाकुलम से लगभग बारह मील पूर्व में स्थित है। वास्तुकला: कई शिलालेख इस मंदिर को भगवान...