“MicroAge” प्रयोग क्या है?
“MicroAge” नामक एक प्रयोग को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट पर अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए लॉन्च किया जायेगा।
मुख्य बिंदु
- MicroAge Experiment लोगों को लंबा और स्वस्थ जीवन जीने में मदद करेगा।
- इस प्रयोग के तहत मानव कोशिकाओं को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।
- फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से अंतरिक्ष में प्रयोग लांच किया जाएगा।
कोशिकाओं को अंतरिक्ष में कैसे भेजा जाएगा?
मानव कोशिकाओं को छोटे 3D कंटेनर में रखा गया है। अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद ये कोशिकाएं विद्युत रूप से उत्तेजित होंगी। विद्युत उत्तेजना मांसपेशियों के ऊतकों में संकुचन को प्रेरित करने में मदद करेगी। इस प्रयोग से वैज्ञानिकों को कोशिकाओं की बारीकी से जांच करने में मदद मिलेगी।
इन कोशिकाओं का विश्लेषण कौन करेगा?
इन कोशिकाओं का विश्लेषण यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल के शोधकर्ताओं द्वारा किया जाएगा। अनुसंधान को यूके अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा। यूके की स्पेस एजेंसी ने प्रयोग करने के लिए 1.2 मिलियन पाउंड की राशि प्रदान की है।
यह प्रयोग क्यों किया जा जा रही?
यह सर्वविदित है कि अंतरिक्ष में अंतरिक्ष यात्री तेजी से मांसपेशियों को खो देते हैं। इसके चलते अनुमान लगाया गया है कि क्या यह एक त्वरित उम्र बढ़ने की घटना (accelerated ageing phenomenon) है। अंतरिक्ष स्टेशन पर अंतरिक्ष यात्रियों को इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। अंतरिक्ष स्टेशन पर प्रत्येक अंतरिक्ष यात्री प्रतिदिन 2.5 घंटे व्यायाम करता है। इसके बावजूद, वे मांसपेशियों की एक महत्वपूर्ण मात्रा खो देते हैं। पृथ्वी पर वापस लौटने के बाद, उन्हें कुछ समय के लिए चलना मुश्किल लगता है।