G7 शिखर सम्मेलन 2025: 50 वर्षों की यात्रा और भारत की संभावित अनुपस्थिति

इस वर्ष G7 समूह की पहली बैठक की 50वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है, और इसका नेतृत्व कनाडा कर रहा है। 2025 का G7 लीडर्स समिट कनाडा के अल्बर्टा प्रांत के कनानास्किस में 15 से 17 जून को आयोजित होने जा रहा है। परंतु इस आयोजन से कुछ ही दिन पहले तक भारत को अभी तक आधिकारिक निमंत्रण नहीं मिला है, जो 2019 के बाद पहली बार भारत की इस मंच से संभावित अनुपस्थिति को इंगित करता है।
G7 क्या है?
G7 (Group of Seven) एक अनौपचारिक समूह है जिसमें विश्व की सात प्रमुख औद्योगिक लोकतंत्र शामिल हैं – अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और यूनाइटेड किंगडम। ये देश वैश्विक GDP का लगभग 40% और विश्व की जनसंख्या का 10% प्रतिनिधित्व करते हैं।
G7 का कोई कानूनी ढांचा, स्थायी सचिवालय या औपचारिक सदस्यता नहीं होती। इसकी बैठकें मुख्यतः वैश्विक आर्थिक नीतियों, सुरक्षा चिंताओं और जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों पर विचार-विमर्श हेतु होती हैं।
G7 की उत्पत्ति और इतिहास
G7 की नींव 1973 में पेरिस में हुई एक बैठक से पड़ी, जहाँ प्रमुख देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों ने मिलकर वैश्विक आर्थिक संकटों पर चर्चा की। इसका उद्देश्य आर्थिक नीतियों में समन्वय करना था।
पहला आधिकारिक G7 शिखर सम्मेलन 1975 में फ्रांस के रैम्बुइलेट में हुआ। अगले वर्ष कनाडा इस समूह में शामिल हुआ। 1998 में रूस को भी शामिल किया गया और समूह को G8 कहा जाने लगा, लेकिन 2014 में क्रीमिया पर रूस के कब्जे के बाद उसे बाहर कर दिया गया।
कनाडा की भूमिका और भारत की स्थिति
2025 में कनाडा सातवीं बार इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। इससे पहले वह 1981, 1988, 1995, 2002, 2010 और 2018 में मेज़बान रह चुका है। आमतौर पर मेज़बान देश कुछ गैर-सदस्य देशों को अतिथि के रूप में आमंत्रित करता है। इस वर्ष अब तक केवल यूक्रेन और ऑस्ट्रेलिया के नाम सार्वजनिक किए गए हैं।
भारत, जो 2019 से नियमित रूप से G7 सम्मेलनों में भाग लेता आया है (2020 को छोड़कर जब सम्मेलन रद्द हो गया था), इस बार संभावित रूप से आमंत्रित नहीं किया गया है। यदि ऐसा होता है, तो यह भारत की विदेश नीति के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण विराम होगा।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- G7 की स्थापना वर्ष: 1975 (फ्रांस के रैम्बुइलेट में)
- कनाडा की मेज़बानी की कुल संख्या: 7 (2025 सहित)
- G7 के वर्तमान सदस्य: अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूके
- रूस को निष्कासित किया गया: 2014 (क्रीमिया के कब्जे के कारण)
- भारत की नियमित भागीदारी: 2019 से लगातार (2020 को छोड़कर)
- 2025 शिखर सम्मेलन की तारीख: 15-17 जून
- G7 का कोई स्थायी सचिवालय नहीं: यह एक अनौपचारिक और असंवैधानिक मंच है